मलेरिया एक गंभीर, जानलेवा और घातक बीमारी है जो मच्छरों द्वारा फैलती है और यह प्लास्मोडियम परजीवी (Plasmodium parasite) के कारण होता है। यह परजीवी संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैल सकता है। WHO के अनुसार, 2018 में, दुनिया भर में मलेरिया के अनुमानित 228 मिलियन मामले सामने आये थे और इनमें से मलेरिया से होने वाली मौतों की संख्या 4,05,000 थी। हर साल 25 अप्रैल को, इस बीमारी की रोकथाम, नियंत्रण और उन्मूलन की आवश्यकता पर प्रकाश डालने के लिए, विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। यह दिन मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में लगातार महान उपलब्धियों को हाईलाइट करता है।
World Malaria Day: इतिहास
25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में मनाने का फैसला मई 2007 में 60वें विश्व स्वास्थ्य सभा के सत्र के दौरान लिया गया था। विश्व मलेरिया दिवस की शुरुआत अफ्रीका मलेरिया दिवस के रूप में हुई थी, जिसे पहली बार साल 2008 में मनाया गया था। मूल रूप से यह मलेरिया के बारे जागरूक करने का एक अवसर है जो 2001 के बाद से अफ्रीकी सरकारों द्वारा मनाया जा रहा था।
World Malaria Day: विषय
World Malaria Day: उपचार और रोकथाम
रोग से संक्रमित लोगों का इलाज करने के लिए वर्षों से Antimalarial दवाएं उपलब्ध हैं। परंपरागत रूप से, मलेरिया के जिन मरीजों का समुचित इलाज किया जाता है वह पूरी तरह से ठीक हो सकते हैं। समय के साथ, Antimalarial ड्रग्स कम हो गये हैं और उनका प्रभाव भी कम होता जा रहा है क्योंकि मलेरिया के परजीवियों ने दवाओं के खिलाफ प्रतिरोध विकसित कर लिया है। WHO ने प्रभावी मलेरिया वेक्टर नियंत्रण के साथ मलेरिया वाले सभी लोगों के लिए सुरक्षा की सिफारिश की है। वेक्टर नियंत्रण के दो रूप: कीटनाशक उपचारित मच्छरदानी और इनडोर अवशिष्ट छिड़काव कई परिस्थितियों में प्रभावी हैं।
World Malaria Day: तथ्य
- मलेरिया का इलाज किया जा सकता है और इसे रोका भी जा सकता है। हाल ही में श्रीलंका, मोरक्को और संयुक्त अरब अमीरात ऐसे देश हैं जहाँ यह बिलकुल खत्म हो गया है। इसके बावजूद, हर साल मलेरिया के 200 मिलियन से अधिक नए मामले सामने आते हैं।
- दुनिया का लगभग 70% मलेरिया का बोझ 11 देशों में केंद्रित है। इनमें से दस देश अफ्रीकी महाद्वीप पर हैं, अन्य भारत हैं। वर्ष 2017 में अफ्रीका में मलेरिया से 92% मामले और 93% मौतें हुईं।
- परजीवी को संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों (Anopheles mosquitoes) के काटने के माध्यम से मनुष्यों में हो सकता है जिन्हें ‘मलेरिया वैक्टर’ भी कहा जाता है. जब मच्छर के काटने से परजीवी खून में पंहुच जाता है.
- मलेरिया एक प्रकार बुखार (febrile illness) है, जिसके लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के 10-15 दिनों बाद दिखाई देते हैं. प्रारंभिक अवस्था में, इसके लक्षण बुखार, सिरदर्द और ठंड लगना हैं।