कर्मचारी चयन आयोग या एसएससी उन अग्रणी सरकारी संगठनों में से एक है, जो राष्ट्र की सेवा के लिए उम्मीदवारों की भर्ती करने के लिए जिम्मेदार हैं। प्रत्येक वर्ष लाखों अभ्यर्थी इसके द्वारा आयोजित परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन करते हैं। SSC CHSL टियर- II एक ऑफ़लाइन पेन पेपर-आधारित परीक्षा है जिसमें 1 घंटे की अवधि के साथ 100 अंकों का वेटेज होता है। इसमें अंग्रेजी भाषा और हिंदी भाषा का विकल्प होगा। उम्मीदवार अपनी सुविधा के अनुसार अंग्रेजी या हिंदी भाषा में पेपर लिख सकते हैं। SSC JHT के उम्मीदवार भी इस निबंध को देख सकते हैं। SSC JHT 2020 पेपर II 14 फरवरी 2021 को आयोजित किया जाना है।
SSC CHSL का TIER II 14 फरवरी 2021 को आयोजित होना है। TIER II एक वर्णनात्मक प्रकार की परीक्षा है। परीक्षा के टियर I में अर्हता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार टियर II के लिए उपस्थित हो सकेंगे। हम एक श्रृंखला शुरू किये हैं, जहां हम हाल के विषयों से संबंधित कुछ निबंध और पत्र साझा करने जा रहे हैं जो परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। इसी क्रम में आज हम “ऑनलाइन शिक्षा” विषय पर निबंध लिखने जा रहे हैं।
SSC CHSL टियर -2 परीक्षा के सबसे अधिक संभावित निबंध और पत्र के टॉपिक: यहाँ देखें
निबंध लेखन सम्बन्धी मुख्य बातें:
- शब्द सीमा को पार करने से बचें
- शब्दों की पुनरावृत्ति से बचें
- साफ-सुथरा टॉपिक सम्बन्धी अपनी गहन जानकारी लिखे
- सही फ़ॉर्मेट में लिखें।
- अपनी बातों को स्पष्ट और सूचनात्मक रखें।
आइए अब निबंध लिखना शुरू करते हैं-
‘ऑनलाइन शिक्षा : वरदान या अभिशाप’
ऑनलाइन शिक्षा विवादास्पद विषय हैं कुछ लोग इसके समर्थन में हैं, तो कुछ लोग इसके विरोध में। इसका मुख्य विवाद इस बात को लेकर हैं कि क्या इससे सुधार आ सकता है?, क्या इससे छात्र के अकादमिक जीवन पर प्रभाव पड़ेगा?, या कक्षा में शिक्षण के स्थान पर इससे शिक्षा ग्रहण कैसे सामाजिक कौशल को प्रभावित करेगा? आदि। इसके साथ ही बिना पारंपरिक कक्षा के ऑनलाइन डिग्री पूरी करने पर भी चर्चा हो रही है। अगर देखा जाए, तो ऑनलाइन शिक्षा में लाभ और हानि दोनों हैं, लेकिन यदि कोई ऑनलाइन स्कूल का केवल एक पक्ष पर बात करता हैं, तो निश्चित रूप से वह दूसरे पक्ष के साथ और इस विषय के साथ न्याय नहीं कर पाएगा।
भले ही यह एक उपयोगी दृष्टिकोण है, लेकिन ऑनलाइन स्कूल का उपयोग पूरी तरह से एक अच्छी तरह से शिक्षा के लक्ष्य को पाने के लिए पर्याप्त नहीं है। 1900 के दशक के अंत में पहली बार इसके सार्वजनिक उपयोग के शुरु होने के बाद से ऑनलाइन स्कूलों का उपयोग बढ़ा है, और 2000 के दशक में इसमें तेजी आई हैं। और महामारी के कारण अब स्कूल, ट्यूशन और अन्य कक्षाएं ऑनलाइन होने लगी हैं।
ऑनलाइन शिक्षा के पक्ष का तर्क :
ऑनलाइन अध्ययन करने का सबसे बड़ा फायदा लचीलापन में वृद्धि है। आप जब चाहें, जहां चाहें पढ़ाई कर सकते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि ऑनलाइन अध्ययन करने में छात्र का काम कम हो गया है, इसमें केवल यह सुविधा मिली हैं कि अब उन्हें पढाई के लिए विद्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं है।
ऑनलाइन अध्ययन करने के लिए आपको इंटरनेट एक्सेस और एक कंप्यूटर की आवश्यकता है। आपके सभी अध्ययन सामग्री, व्याख्यान और असाइनमेंट ईमेल या किसी प्रकार की फ़ाइल स्थानांतरण प्रणाली के माध्यम से भेजे जाते हैं। यहां तक कि व्याख्याताओं के साथ आपकी बातचीत भी व्यापक रूप से स्काइप और ईमेल और वीडियो कॉल के माध्यम से होता हैं।
ऑनलाइन अध्ययन करने के लिए कई वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिसका नियमित छात्रों को खामियाजा भुगतना पड़ता है। हालाँकि इससे परिवहन का खर्च की बचत होती हैं, यह इसका सकारात्मक पक्ष हैं।
ऑनलाइन शिक्षा के विपक्ष में तर्क :
कई फर्म और संस्थान ऑनलाइन शिक्षा के विरोध में हैं। उनका कहना हैं कि अगर आप दो अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया जाता है, जो हर मामले में एक समान हैं और एक ने पारंपरिक रूप से विश्वविद्यालय में अध्ययन किया है और दूसरा ऑनलाइन अध्ययन किया है, तो कई मामलों में ऑनलाइन अध्ययन करने वाले छात्र को पारंपरिक अध्ययन करने वाले छात्र से कम याद रहता हैं।
ऑनलाइन अध्ययन करने का एक सबसे बड़ा नुकसान सामाजिक संपर्क की कमी है। इसका नुकसान विशेष रूप से युवा अंडरग्रेजुएट्स को होता है जिनका अभी दोस्त बनाने का समय हैं। विश्वविद्यालय, करियर के लिए तो महत्वपूर्ण होता हैं, लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि आप यूनिवर्सिटी में उन दोस्तों से भी मिलते हैं जो आपके जीवन को बदल देते हैं।
इंटरनेट इस समय में काफी तेजी से उभर रहा है; हालाँकि यह अभी भी अपने विकास के प्रारंभिक चरण में है और इसलिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं हैं कि ऑनलाइन शिक्षा में कुछ कमियां भी हैं। वे पाठ्यक्रम, जिनमें अनुभवों और प्रयोग करने की आवश्यकता है, जैसे कि न्यूरोलॉजी या रसायन विज्ञान, केवल ऑनलाइन शिक्षा से संभव नहीं हैं।
कुल मिलाकर कहा जा सकता हैं कि हर सिक्के के दो पहलु होते हैं। यह आप पर निर्भर करता हैं कि आप इसे कैसे ले रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई करने के फायदे और नुकसान दोनों हैं।