SSC CHSL टियर- II परीक्षा 14 फरवरी 2021 को पेन एंड पेपर मोड में आयोजित की गई थी। यह एक वर्णनात्मक पेपर था जिसमें दो खंड – पत्र और निबंध लेखन शामिल थे। दोनों खंडों में प्रत्येक में 50 अंक थे और परीक्षा की कुल समय अवधि 1 घंटे थी। वर्णनात्मक पेपर उम्मीदवारों की लेखन क्षमता का परीक्षण करता है साथ ही इसमें कुछ विषयों पर के आपके विचारों को देखा जाता है। वर्णनात्मक पेपर में पत्र में पूछा गया विषय था “आप मकान नंबर 323 देवनगर दिल्ली में रहने वाले एक आदिवासी कार्यकर्ता सुरेश हैं। जिला प्राधिकरण (एसडीएम / कलेक्टर) बस्तर, छत्तीसगढ़ को एक पत्र लिखिए, जिसमें आदिवासी समुदाय के समस्याओं से उन्हें अवगत कीजिए।”
पत्र लेखन करते समय ध्यान देने योग्य बातें:
- गुस्सा, व्यंग्य या धमकी भरा पत्र न लिखें।
- अपने पत्र को सही फ़ॉर्मेट में लिखें।
- पत्र फ्रेंडली और तथ्यात्मक हो।
- पत्र संक्षिप्त और स्पष्ट हो।
आइए पत्र लिखना शुरू करते हैं-
मकान संख्या- 323,
देवनगर, दिल्ली
दिनांक: 16 फरवरी 2021
जिला कलेक्टर,
बस्तर, छत्तीसगढ़
विषय: – बस्तर में आदिवासी समुदाय के सामने आने वाली समस्याओं से अवगत कराने के सम्बन्ध में।
महोदय,
मैं दिल्ली में रहने वाला एक सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश हूं। मैं हाल ही में आपके जिले में आया था। मैं आपका ध्यान आदिवासियों की ओर आकर्षित करना चाहता हूं। आदिवासी समुदाय हमारी तुलना में बहुत प्राचीन जीवन जी रहा है। जब मैंने उनसे मुलाकात की तो मैं हैरान रह गया कि उन्हें इतनी सारी सुविधाओं के बारे में पता नहीं था, जो हमारे सामान्य जीवन में हमारे द्वारा उपयोग की जाती हैं। हमें स्वतंत्र हुए 70 साल से अधिक हो चुके हैं और इतने सारे आविष्कार हुए हैं, लेकिन अभी भी इन लोगों को जीवन के बारे में सरल चीजों की जानकारी नहीं है।
इस पत्र में मैं कुछ मुद्दों का उल्लेख कर रहा हूं, जिन्हें मैंने देखा और इसपर तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है। उन्हें शिक्षा की कमी, पुनर्वास, स्वास्थ्य और पोषण संबंधी समस्याओं, लिंग संबंधी समस्याओं, बीमारियों और उपचार के बारे में अनभिज्ञता आदि समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन लोगों को महामारी से भी समस्याओं का सामना करना पड़ा है लेकिन उन्के पास इसकी पर्याप्त जानकारी नहीं है।
इसलिए, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप व्यक्तिगत रूप से इस मामले को देखें और जल्द से जल्द इस समस्या को हल करें। इस संबंध में एक प्रारंभिक कार्रवाई की अत्यधिक आवश्यकता होगी। यदि आप इस सम्बन्ध में आवश्यक कदम उठाएंगे, तो मैं आपका बहुत आभारी रहूंगा।
सधन्यवाद,
आपका विश्वासी,
सुरेश