भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के प्रसिद्ध नारे: एक शिक्षित वर्ग के उद्भव और राष्ट्रवादी भावनाओं के विकास ने भारत में सत्ता और ब्रिटिश शासन पर आलोचनात्मक सवाल उठाने को प्रेरित किया। इस आंदोलन के समर्थकों ने इस बात पर जोर दिया कि भारत वर्ग, रंग, जाति, पंथ, भाषा या लिंग के भेदभाव से परे सभी लोगों का है। दृढ़ विश्वास यह था कि देश के संसाधन और प्रणालियाँ शोषण के लिए नहीं थीं।
जनता के बीच बढ़ती जागरूकता से पता चला कि ब्रिटिश अधिकारियों ने भारत के संसाधनों और इसके नागरिकों के जीवन पर नियंत्रण कर लिया है। यह स्पष्ट हो गया कि भारत पर इसके लोगों का सच्चा स्वामित्व इस नियंत्रण को समाप्त करके ही प्राप्त किया जा सकता है। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के कई प्रतिष्ठित नारे विभिन्न चरणों में गूंजते रहे, जो स्वतंत्रता की सामूहिक आकांक्षा की शक्तिशाली अभिव्यक्ति के रूप में काम कर रहे थे। स्वतंत्रता संग्राम में प्रचलित नारों की सूची नीचे दी गई तालिका में प्रस्तुत की गई है।
प्रसिद्ध नारे | व्यक्तित्व का नाम |
जय हिंद (सुभाष चंद्र बोस द्वारा ज्यादातर इस्तेमाल और लोकप्रिय) | आबिद हसन सफ्रानी |
दुश्मनों की गोलियों का सामना हम करेंगे, आजाद हैं और हमेशा आजाद रहेंगे। दूसरों को अपने से बेहतर करते हुए न देखें, हर दिन अपने खुद के रिकॉर्ड को तोड़ें क्योंकि सफलता आपके और आपके बीच की लड़ाई है। | चंद्रशेखर आजाद |
पूरा भारत एक बहुत बड़ी जेल है। | चितरंजन दास |
पीठ पर वार करो, पेट पर वार मत करो’; राजा प्रजा के लिए बने हैं, प्रजा उनके राजाओं के लिए नहीं; वेदों की ओर लौटें। मुझे लोहे की मांसपेशियों और स्टील की नसों वाले पुरुष चाहिए | दादाभाई नौरोजी |
इंकलाब जिंदाबाद। (इस नारे को भगत सिंह ने लोकप्रिय बनाया था।) | हसरत मोहनी |
मेरा अंतिम उद्देश्य हर आंख से हर आंसू पोछना है पूर्ण स्वराज आराम हराम है’ ( Cast off your laziness Who lives India Dies?; हिंदी-चीनी भाई-भाई | जवाहर लाल नेहरू |
वंदे मातरम। (उनकी पुस्तक-आनंद मठ से लिया गया) | बंकिम चंद्र चटर्जी |
कांग्रेस भीख मांगने वाली संस्था है। | अरबिंदो घोष |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को भीख मांगने और अधिकारों का दावा करने के बीच अंतर करना चाहिए। | बाल गंगाधर तिलक |
हिंदी, हिंदू, हिंदुस्तान। | भारतेंदु हरिश्चंद्र |
जय जगत। | बिनोवा भावे |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस बुलबुलों से खेल रही है। | बिपिन चंद्र पाल |
संपूर्ण क्रांति। | जयप्रकाश नारायण |
जय जवान, जय किसान। | लाल बहादुर शास्त्री |
Simon Go Back; The shots that hit me are the last nails to the coffin of British rule in India | लाला लाजपत राय |
सत्यमेव जयते (सत्य की ही जीत होगी) | मदन मोहन मालवीय |
पूजा ही राम देश की पूजा | मदनलाल ढींगरा |
मारो फिरंगी को | मंगल पांडे |
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा | मुहम्मद इकबाल |
हर बाड़ फसल पर चरने लगती है। | पी आनंद चार्लू |